छत्तीसगढ़: VVIP के लिए बना अटल नगर पड़ा सूना, सीएम और मंत्रियों के बंगले तैयार फिर भी कोई रहने को राजी नहीं, जानिए…
रायपुरः नवा रायपुर में मंत्रियों और आला अफसरों के लिए बंगले तैयार हो चुके हैं। मंत्रियों के 14 और अफसरों के 78 बंगले अभी खाली पड़े हैं। साढ़े सात एकड़ में बना सीएम हाउस हाईटेक सुरक्षा उपकरणों से लैस है। सीएम हाउस में हर जगह सीसीटीवी कैमरे की नजर रहेगी। अब बस मंत्री और अफसरों के शिफ्ट होने का इंतजार हो रहा है। वीआईपी लोगों की शिफ्टिंग से आबादी, निवेश और रोजगार बढ़ने की उम्मीद है। इसके साथ ही 270 करोड़ की लागत से बन रहे विधानसभा भवन का काम साल के अंत तक पूरा होने की संभावना है। वहीं, 120 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे राजभवन का सिविल कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है।
वीआईपी लोगों के शिफ्ट होने का इंतजार
इन वीआइपी लोगों का बंगले में शिफ्ट होने का इंतजार है। ऐसी उम्मीद है कि वीआइपी लोगों के शिफ्ट होने से आस पास की आबादी, निवेश और रोजगार में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी। हालांकि प्रशासन की तरह से शिफ्टिंग को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है।
रायपुर में ही रह रहे है मंत्री और अधिकारी
लोक निर्माण विभाग के अफसरों के मुताबिक सभी बंगले तैयार है। फिनिशिंग का कुछ कार्य बचा है वो भी जल्द ही पूरा हो जाएगा। सूत्रों के मुताबिक ज्यादातर मंत्री और अफसर नवा रायपुर की बजाय रायपुर शहर में रहना पसंद कर रहे हैं। जिस कारण लोक निर्माण विभाग और निर्माण एजेंसी के लिए बंगलों की मेंटेनेंस रखने की चुनौती है। बता दें कि बंगलों के मेंटेनेंस करने में हर महीने लाखों का खर्चा हो रहा है।
साढ़े सात एकड़ में फैला है नया सीएम हाउस
नवा रायपुर में बना दो मंजिला मुख्यमंत्री निवास साढ़े सात एकड़ में फैला हुआ है। सीएम हाउस में पांच बेडरूम, लिविंग रूम, गेस्ट हाउस, डाइनिंग हॉल, ड्राइंग रूम बनाए गए है। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में सीएम चेंबर,कांफ्रेंस हॉल,अस्पताल,निजी स्टाफ भी मौजूद है। सीएम हाउस में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। सीएम हाउस में हाईटेक सुरक्षा उपकरणों के साथ साथ हर जगह सीसीटीवी कैमरे के द्वारा नजर रखी जायेगी।
नए विधानसभा और राजसभा भवन का हो रहा निर्माण
नवा रायपुर सेक्टर 19 में करीब 270 करोड़ की लागत में छत्तीसगढ़ विधान सभा का नया भवन तैयार हो रहा है। 51 एकड़ में बन रहे इस भवन का 60 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। इस नए भवन में एक साथ 200 विधायक बैठ सकते हैं। वहीं, नवा रायपुर में पुणे की कंपनी वेस्कॉन इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के 120 करोड़ की लागत से बन रहे राजभवन का काम धीमा चल रहा है। करीब 14 एकड़ में बनाए जा रहे इस राजभवन में दरबार हॉल, डिस्पेंसरी के साथ वीवीआईपी रूम बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों के रहने की व्यवस्था की गई है।